प्राचीन कल से पीठ और कमर के दर्द का इलाज आयुर्वेद मैं की गई हे। अक्सर देखाजाता हे पीठ या कमर के दर्द का कारन गलत तारीखे से सोने से, दिनभर एक ही जगह पर बैठने जैसी ऑफिस में कुर्सी पर बैठे रहने से, भारी सामान उठाने से, कैल्शियम, विटामिन की कमी, रूमेटायड आर्थराइटिस, कशेरूकाओं की बीमारी, मांसपेशियों एवं तन्तुओं में खिंचाव, गर्भाशय में सूजन, मासिक धर्म में गड़बड़ी, गलत आसनों के प्रयोग करने से, और ज्यादा गाड़ी मैं ट्रेवल करने से होता हे। अज्ज तो इस परिसानी का सीकर केबल बुजुर्ग ही नहीं कम उम्र के लोग भी कमर दर्द और पीठ दर्द से परेशान रहते हैं।

कमर दर्द के लक्षण

कमर या पीठ दर्द शरीर के अन्य हिस्सों जैसे रीढ़ की हड्डी में भी हो सकता है।

दर्द गर्दन से नितंब तक हो सकता है।

कुछ मामलों में, एक या दोनों पैरों में दर्द महसूस किया जा सकता है।

कमर दर्द के दौरान व्यक्ति को झुकने, उठने, बैठने या चलने में परेशानी हो सकती है।

इलाज

  • ज्यादा भरी सामान न उठायें।
  • लगातार एक ही जगह पर न बैटे। 
  • अपनी जीवनशैली को सुधार लें
  • योगासन के अभ्यास से भी कमर और सर्वाइकल के दर्द को कम किया जा सकता है।
  • ध्यान रखना होगा कि लंबे समय तक एक ही स्थिति में अधिक देर तक न बैठें।
  • काम करते समय शरीर बिल्कुल सीधा रखें।
  • बहुत अधिक देर तक बैठना जरूरी हो तो थोड़ी-थोड़ी देर में उठें।
  • झटके से न तो बैठें और न ही उठें।
  • कमर दर्द के रोगी को हमेशा सख्त बिस्तर पर सोना चाहिए।
  • खाने में कैल्शियम और विटमिन की मात्रा बढ़ाएं।
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हरड़, अमला, आरडी

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हरड़, अमला, सुद्धा नमक, आरडी के जड़ को एक साथ पीस कर रखे ऐसे रोज सवाल करने से पीठ या कमर के दर्द से रहत मिलती हे।

अस्वगंधा

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अस्वगंधा एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी हे। अस्वगंधा मैं गुड़, लॉन्ग, इलायची मिला कर सेवन करे

अदरक

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डेढ़ कप पानी मैं कुछ टुकड़े अदरक को दाल कर उबालें। तब तक उबालें जब तक ये १ कप न हो जाता हे फिर इसे ठंडा होने दे और इसमें सेहद मिला कर पीलें। आप इसे दिन मैं दो बार पि सकते हैं इसे दर्द से रहत मिलती हे।

दूध और हल्दी

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एक गिलास गरम दूध मैं एक चमच हल्दी का पाउडर मिलकर रोजाना २ बार सेवन करे।

सोंध नमक

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एक बाल्टी पानी मैं कुछ सोंध नमक मिलकर रोज नहाये। इस प्रक्रिआ को हप्ते मैं दो बार जरूर करें।

अरंडी के तेल

रात को सोने से पहले अरंडी के तेल को गुनगुना करके दर्द वाली जगह पर लगाएं।

फिर हल्के हाथों से मालिश करें। तेल को रातभर लगा रहने दें।

चाहें तो दर्द से आराम न मिलने तक रोजाना रात में इसका उपयोग कर सकते हैं।

जैतून का तेल

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जैतून का तेल को थोड़ा गर्म करके पीठ मैं लगाएं। फिर हल्के हाथों से मालिश करें। तेल को रातभर लगा रहने दें।

तुलसी और सेहद

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8 या 10 तुलसी की पते को एक कप पानी मैं उबाल उबाल लें। फिर इस पानी मैं सेहद मिला कर पीलें। आप तुलसी का तेल वि कमर मैं मालिश कर सकते हैं।

लहसुन

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कुछ काली लहसुन ले कर उसका पेस्ट बना लें। फिर इस पेस्ट को दर्द वाली जगह पर लगाकर साफ तौलिये से ढक लें। इसको लगभग आधे घंटे के लिए छोड़ दें और फिर गीले कपड़े से पोंछ लें। आप लहसुन को हमेसा खाने मैं वि शामिल कसरें।

आइस पैक

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कमर के नीचे दर्द वाली जगह पर आइस पैक लगाएं और इसे 15 से 20 मिनट के लिए छोड़ दें। इसे दिनभर में एक से दो बार उपयोग करें।

साबधान:कोई वि आयुर्वेदिक जड़ी बूटी को इस्तिमाल करनेसे पहले और्वेदिक डॉक्टर की  परामर्श करें।

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